विजय इंग्लिश मीडियम स्कूल में मनाया गया राष्ट्रीय विज्ञान दिवस
याद किये गये भौतिक विज्ञानी डाॅ. चन्द्रशेखर वेंकट रमन, डाॅ. ए0पी0जे0 अब्दुल कलाम व महान वैज्ञानिक
मनेन्द्रगढ़ एमसीबी :- नगर विजय इंग्लिश मीडियम हायर सेकेण्डरी स्कूल में आज राष्ट्रीय विज्ञान दिवस का आयोजन किया गया और भौतिक विज्ञानी चन्द्रशेखर वेंकट रमन मिसाइल मैन डाॅ0 ए.पी.जे. अब्दुल कलाम एवं अन्य महान वैज्ञानिकों को भी याद किया गया।
आज का यह कार्यक्रम संस्था प्राचार्य श्रीमती इन्द्रा सेंगर व संस्था सचिव संजय सेंगर के दिशा निर्देशन व शासकीय कन्या उच्चत्तर माध्यमिक विद्यालय (शिक्षा विभाग) के भौतिकी व्याख्याताओं सुश्री जया रात्रे एवं श्री जशवन्त कुमार के आतिथ्य में आयोजित किया गया। कार्यक्रम का आरंभ शिक्षक प्रमोद कुमार शुक्ला के द्वारा उच्चारित सरस्वती वंदना के बीच अतिथियों व शिक्षक-शिक्षिकाओं के द्वारा माता सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवल के साथ किया गया। संस्था के शिक्षक राकेश मिश्रा ने कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों से अतिथियों का परिचय करवाया इसके पश्चात कक्षा नवमीं की छात्राओं ने अतिथियों के लिए स्वागत गीत प्रस्तुत किया। संस्था की शिक्षिका सुश्री पूजा यादव ने सुश्री जया रात्रे एवं शिक्षक निशान्त मौर्य ने श्री जशवन्त कुमार का स्वागत स्मृति-चिन्ह भेंट कर किया।
कार्यक्रम में उपस्थित विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए सुश्री जया रात्रे ने राष्ट्रीय विज्ञान दिवस को मनाने का उद्देश्य बताते हुए जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में विज्ञान के महत्व को बताया और कहा कि हम जीवन के प्रत्येक क्षेत्र में चाहे वह कोई सा भी क्षेत्र हो उसमें विज्ञान के अस्तित्व को अस्वीकार नहीं कर सकते हैं। श्री यशवन्त कुमार ने देश के महान वैज्ञानिकों को याद करते हुए कहा कि कोई भी शोध या आविष्कार एक दिन का परिणाम नहीं होता है यह कई दिनों-महिनों व वर्षों की मेहनत का परिणाम होता है। उन्होनें विद्यार्थियों को उदाहरण देते हुए कहा कि आप किसी भी प्रकार की खोज की दिशा में कार्य करते हैं और आपको 100 वीं बार भी वांछित सफलता नहीं मिलती तो यह आपकी असफलता नहीं है बल्कि यह आपके उस क्षेत्र में 100 प्रकार के अनुभवों को दर्शाता है और जब आप लगन के साथ कार्य करते हैं तो आपको सफलता मिलती ही मिलती है।
संस्था के शिक्षिका अरूणिमा सिंह व निशांत मौर्य ने विद्यार्थियों को संयुक्त रूप से संबोधित करते हुए कहा कि महान भारतीय वैज्ञानिक डाॅ. सी.वी. रमन की ओर से विज्ञान जगत को दिए गये अद्वितीय उपहार रमन इफेक्ट (रमन प्रभाव) के वर्षगांठ के अवसर पर विज्ञान और नई खोजों, आविष्कारों को प्रोत्साहित करने के लिए और उसके महत्व को बताने के लिए देश भर में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम आयोजित किये जाते हैं साथ ही वैज्ञानिकों को उनके खोज कार्यों के लिए पुरस्कृत भी किया जाता है।
इस अवसर पर विद्यालय के विद्यार्थियों के द्वारा विभिन्न प्रकार के वर्किंग एवं नाॅन-वर्किंग प्रोजेक्ट व माॅडल बनाकर उसकी प्रदर्शनी लगाई गयी। विद्यार्थियों के द्वारा बनाई गयी सभी माॅडल्स की अतिथियों ने सराहना की। विद्यार्थियों के इन माॅडल्स में वर्किंग माॅडल के अंतर्गत कक्षा ग्याहवीं जीवविज्ञान की छात्रा मुस्कान नाज व उनके समूह को ‘‘मानव नेत्र’’ के माॅडल और कक्षा ग्याहवीं काॅमर्स की श्रुति मंगतानी व उनके समूह को ‘‘अकाउण्ट क्विज बोर्ड’’ के लिए प्रथम, कक्षा ग्यारहवीं जीवविज्ञान की ही छात्राओं मुस्कान रजक एवं अंजली सिंह को ‘‘टेसला क्वायल’’ माॅडल के लिए द्वितीय स्थान प्राप्त हुआ। वहीं नाॅन-वर्किंग माॅडल के अंतर्गत कक्षा छठवीं की छात्रा अमातुल्ला सैफी व उनके समूह को ‘‘सेव अर्थ’’ के लिए प्रथम, कक्षा सातवीं के छात्र जैद कुरैशी को ‘‘लाईफ साइकल आॅफ कोसा सिल्क’’ के लिए द्वितीय, कक्षा सातवीं की ही छात्रा अंशिका गुप्ता व उनके समूह को ‘‘फर्टिलाइजेशन एवं डेवलपमेंट’’ के लिए तृतीय स्थान प्राप्त हुआ।
कार्यक्रम में मंच का सफल संचालन शिक्षक निशान्त मौर्य ने किया कार्यक्रम में शिक्षिका शारदा बरसैया, प्रियंका मण्डल व पूनम सोरेन का विशेष योगदान रहा। कार्यक्रम का समापन शिक्षिका नेहा सिंह के आभार अभिव्यक्ति के साथ हुआ।