तहसीलदार ने बिगाड़ा पूरा महौल परिजन व अन्य लोगों से की बदतमीजी से बात
शव के लिए भी नही मिली शव वाहन परिजन ऑटो से लेकर गए शव
मनेंद्रगढ़ :- सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मनेंद्रगढ़ का पूरा ममला जहां परिजन 2 दिन पहले मरीज को स्वास्थ्य केंद्र में भर्ती कराया गया था डॉक्टर ने सोनोग्राफी के लिए कहा जिस पर मरीज का सोनोग्राफी डॉक्टर तिवारी के यहां से सोनोग्राफी कराया सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र के डॉक्टर उस सोनोग्राफी को गलत बताते हुए दूसरे जगह से सोनोग्राफी करने को कहा जिस पर परिजन ने डॉक्टर खान के यहां दोबारा सोनोग्राफी करवाना पड़ा यह परिजनों ने आरोप लगाया की डॉक्टर समय पर नहीं आए और जूनियर डॉक्टर और नर्स ने इलाज किया और फोन से सलाह लेते रहे परिजन जहां अपना परिवार का सदस्य खोकर दुखी थे (सब परिजनों ने बताया है ) वही तहसीलदार आकर पूरा माहौल खराब कर दिया

पूरा महौल तब खराब हो गया जब यहां के तहसीलदार स्वास्थ्य केंद्र पहुंचे और मरीज के परिजनों को हड़काने लगे और कांग्रेस और बीजेपी के नेताओं से ही उलझ गए, बदतमीजी से बात करने लगे जिससे पूरा माहौल ही खराब हो गया
जब डॉक्टरों ने मरीज को मृत्य घोषित कर दिया तो डॉक्टर परिजन को स्वास्थ्य केंद्र में शव वाहन भी नहीं उपलब्ध करा पाई जिस पर परिजन शव को ऑटो से ले जाना पड़ा
सबसे बड़ी बात यह है यह पहली बार नहीं हुआ लेकिन इतना होने के बाद भी डॉक्टर सुरेश तिवारी तबादला न होना डॉक्टर का अपने क्लीनिक पर ज्यादा से ज्यादा समय देना स्वास्थ्य केंद्र में इमरजेंसी होने के बाद भी नहीं आना डॉक्टरों में आपसी मतभेद होना मतभेद इसलिए क्योंकि सोनोग्राफी डॉक्टर सुरेश तिवारी के यहां से होने के बाद भी दूसरे जगह से मरीज को सोनोग्राफी के लिए भेजा गया
जहां एक ओर परिजन स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों की लापरवाही के चलते परिवार का सदस्य खो कर दुखी था वही तहसीलदार के द्वारा परिजनों को हड़काना बदतमीजी से बात करना, शव वाहन का न मिलना स्वास्थ्य केंद्र का हाल बयां करने के लिए कभी है
अब देखना है कि अब इन डॉक्टरों और ऐसे अधिकारी पर छत्तीसगढ़ की सरकार कार्यवाही करेगी या यूं ही सब ऐसे ही चलते रहेगा