
कायस्थ समाज चित्रगुप्त मंदिर को बचाने हुए लामबंद, अस्पताल की जमीन के लिए मंदिरों को क्षति नहीं पहुंचाने मंत्री से लेकर प्रशासन तक लगाई गुहार
मनेन्द्रगढ़ – जिला मुख्यालय मनेंद्रगढ़ में प्रस्तावित 220 बिस्तर अस्पताल के लिए शासकीय भूमि में निर्मित साईं मंदिर सहित उससे सटे जगत जननी मां दुर्गा, गणेश और चित्रगुप्त मंदिर को किसी प्रकार की कोई क्षति न पहुंचे, इसके लिए कायस्थ समाज ने कलेक्टर डी.राहुल वेंकट से मिलकर चर्चा की। कलेक्टर ने अस्पताल को जरूरी बताया, लेकिन आश्वस्त किया कि मंदिरों को किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी।
9 जून 2025 तक दावा-आपत्ति
बता दें कि राजस्व निरीक्षक मनेंद्रगढ़ (शहरी) द्वारा प्रतिवेदन प्रस्तुत कर लेख किया गया है कि मनेंद्रगढ़ स्थित नजूल भू-खण्ड क्रमांक 13/38 क्षेत्रफल 151819 वर्गफुट भूमि जो कि नगर मनेंद्रगढ़ के नजूल संधारण खसरा वर्ष 2025-26 में शासकीय भूमि नजूल दर्ज है के अंशभाग कुल 4004.50 वर्गफीट पर साई मंदिर निर्मित है, की जांच कर अग्रिम कार्यवाही किये जाने का निवेदन किया गया है। उक्त कब्जा हटाने के संबंध में आगामी 9 जून 2025 तक दावा-आपत्ति पेश की जा सकती है।
कायस्थ समाज मंदिर बचाने मंत्री और कलेक्टर से मिले
चित्रगुप्त मंदिर को लेकर कायस्थ समाज के लोगों ने रविवार को क्षेत्रीय विधायक एवं प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री श्यामबिहारी जायसवाल से मिलकर मंदिर को कोई नुकसान नहीं पहुंचाने के संबंध में निवेदन किया, जिस पर मंत्री जायसवाल ने भी भरोसा दिलाया कि मंदिरों को किसी प्रकार की कोई क्षति नहीं होगी। वहीं दूसरे दिन सोमवार को कायस्थ समाज ने कलेक्ट्रेट पहुंचकर कलेक्टर डी. राहुल वेंकट से भी इस विषय में चर्चा की। कायस्थ समाज की ओर से लखन लाल श्रीवास्तव ने कहा कि समाज के साथ सभी क्षेत्रवासी अस्पताल के पक्षधर हैं। हम प्रशासन के साथ हैं, लेकिन आस्था के केंद्र मंदिरों को कोई क्षति नहीं होनी चाहिए। मंदिरों के टूटने से धार्मिक भावनाएं आहत होंगी।
कायस्थ समाज का चित्रगुप्त मंदिर संभाग में इकलौता मंदिर
कायस्थ समाज का चित्रगुप्त मंदिर संभाग में इकलौता मंदिर है जहां विशेष अवसरों पर समाज के करीब 5 हजार से भी ज्यादा कायस्थ समाज की श्रद्धालु महिलाएं, पुरूष और बच्चे शामिल होते हैं। वहीं अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि विद्यालय, औषधालय और देवालय तीनों अपने-अपने तरीके से महत्वपूर्ण हैं। मंदिर को किसी प्रकार की क्षति न पहुंचाई जाए, इस संबंध में कलेक्टर एवं अन्य प्रशासनिक अधिकारियों से विस्तार से चर्चा की गई है। जिला प्रशासन ने आश्वस्त किया है कि अस्पताल के लिए किसी भी मंदिर को कोई क्षति नहीं पहुंचाई जाएगी। वहीं बीरेंद्र श्रीवास्तव ने बताया कि
एसडीएम और स्वास्थ्य अधिकारी ने मंदिरों का किया अवलोकन
सोमवार की शाम एसडीएम लिंगराज सिदार तथा मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी अविनाश खरे के द्वारा संयुक्त रूप से मंदिरों का अवलोकन किया गया। अधिकारियों ने कायस्थ समाज को भरोसा दिलाया कि मंदिर पर किसी प्रकार की कोई आंच नहीं आएगी। इस दौरान नरेंद्र श्रीवास्तव, सुरेश श्रीवास्तव, सत्येंद्र सिन्हा, पंकज श्रीवास्तव, रितेश श्रीवास्तव, अरविंद श्रीवास्तव, विकास श्रीवास्तव, अभिषेक सिन्हा, हिमांशु श्रीवास्तव, स्वप्निल सिन्हा, राजेश सिन्हा, अरूण श्रीवास्तव, निशांत श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार श्रीवास्तव, गौरव जायसवाल, सौरभ मिश्रा आदि उपस्थित रहे।
राजेश सिन्हा,8319654988