
हमारे अपने वरिष्ठ जन विरासत में सब कुछ छोड़ कर जाते हैं परंतु अनुभव अपने साथ ही ले आते हैं
संसदीय सचिव एवं बैकुंठपुर की विधायिका सुश्री अंबिका सिंह देव ने जन जागृति बने पर द्वारा आयोजित वरिष्ठ नागरिक दिवस पर अपने उद्बोधन में कहा
जन जागृति मनेंद्रगढ़ द्वारा अंतरराष्ट्रीय वरिष्ठ नागरिक दिवस पर गूगल मीट की माध्यम से एक परिचर्चा एवं काव्य गोष्ठी:-का आयोजन किया गया जिसमें
अध्यक्षता :-सम्मानीय निर्दोष जैन लक्ष्य धनबाद काव्य प्रेमी एवं मार्गदर्शन
मुख्य अतिथि:-(१)श्रीमतीअंबिका सिंह देव संसद सचिव एवं विधायक बैकुंठपुर विधानसभा क्षेत्र
(२) मनेन्द्रगढ के वरिष्ठ साहित्यकार भाई वीरेन्द श्रीवास्तव संयोजक वनमाली सृजन पीठ जी मनेंद्रगढ़
विशिष्ट अतिथि:-(१)डॉ अर्चना श्रेया बैंगलोर
(२) श्री एस के रूप प्रबंध संपादक दैनिक समय क्रांति बैकुंठपुर
(३) सरदार जितेंद्र सिंह सोढी वरिष्ठ साहित्यकार साउथ ईस्टर्न कोलफील्ड्स लिमिटेड बिलासपुर संचालन समिति के सदस्य अंबिकापुर से
संचालन:-आदरणीय तुलसी विश्वास जी
सरस्वती वंदना ,,एकता गुप्ता उन्नाव लखनऊस्वागत गीत ,,,, डॉ अर्चना श्रेयाउपलब्ध अतिथियों द्वारा उद्बोधन तो तत्पाक्षत उपस्थित काबियो ने अपनी अपनी प्रस्तुति दी संचालन में झारखंड के कवि तुलसी विश्वास ने अपनी प्रतिभा का जलवा बखेर दिया ।
लखनऊ के कवि शायर खालिद हुसैन सिद्दीकी,मुंबई से छगनलाल मुथा जी ,मध्यप्रदेश देवास से दिलीप कुमार शर्मा , भोपाल से वरिष्ठ साहित्यिकार श्रीमती उषा सक्सेना जी
विरेंद्र कुमार जी ,जितेंद्र सिंह जी , टी विजय गोपाल,रमेश तिवारी, बैकुंठपुर से स्वतंत्र महोबिया, गौरव अग्रवाल नारायण दत्त पांडे, एस के रूप ,संतोष जैन छत्तीस गड़ से डॉ अर्चना श्रेया बैंगलोर ,
क्षमा पाण्डेय जौनपुर से,एकता गुप्ता लखनऊ धनबाद से निर्दोष जैन लक्ष्य ने अपनी कविता” बड़ा ही कठिन है ,बुढ़ापे का रोग और चिट्ठी लिख दी तेरे नाम” सुना कर खूब वाहवाही लूटी । कार्य क्रम की मुख्य अतिथि श्रीमती अंबिका सिंह देव, संसदीय सचिव एवम विधायक वैकुंठपुर जी अंत तक लगभग साढ़े तीन घंटे इस कार्यक्रम में उपस्थित रही । एक बहुत ही शानदार कवि सम्मेलन सम्पन्न हुआ । आभार प्रदर्शन का उत्तरदायित्व संस्था के सचिव संतोष कुमार जैन द्वारा निर्वहन किया गया। इस परिचर्चा में उपस्थित विद्वानों ने वरिष्ठ नागरिकों की समस्याओं से संबंधित विभिन्न प्रकार के विचार व्यक्त किए तथा उनके निराकरण के उपाय सुझाए ।
राजेश सिन्हा