आईजीएल के बिजनेस हेड एस के शुक्ल ने मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्यविद्यालय में दिया व्याख्यान।
इण्डिया ग्लाईकॉल्स लिमिटेड के बिजनेस हेड एस के शुक्ल ने मदन मोहन मालवीय प्रद्योगिकी विश्विद्यालय के कुलपति श्री जेपी पांडेय जी के आग्रह पर बी टेक अंतिम वर्ष के छात्रों एवं शोधार्थी छात्रों को कारखाने से निकलने वाले वेस्ट के बारे में जानकरी दिया तथा इसके साथ ही सभी को एक एक प्रोजेक्ट पर कार्य करने के लिए भी आग्रह किया की , और कहा की उत्तर प्रदेश के यशस्वी मुख्यमंत्री श्री योगीआदित्यनाथ की अनुप्रेरणा से हम स्वतः सज्ञान लेते हुए आप सभी से आग्रह करने आया हु की कारखानों से निकलने वाले कचरे को कैसे पुनः इस्तेमाल किया जा सके, न की बल्कि कैसे इसे आमजनमानस हेतु कम कीमतों में उपलब्ध भी कराया जा सके। और इसका सही उपयोग हो सके ,तथा पूर्वांचल सहित पुरे विश्व में गोरखपुर के छात्रों का परचम लहरा सके।इसके साथ ही एस के शुक्ल ने बताया की किसी भी नवाचार में कास्ट एक बहुत बड़ा कारक बनाता है,और हमे कोई भी नवाचार करते समय कास्ट पर विशेष ध्यान देना चाहिए, इसके साथ ही बताया कि आज पूरे विश्व मे अमेरिका मक्के से सबसे ज्यादा एथेनॉल उत्पादन करने वाला देश हैं,तथा आशा वक्त किया की कुछ ही वर्षों में भारत सबको पीछे छोड़ विश्व का सबसे बड़ा एथेनॉल उत्पादन का देश बन सकता है यदि भारत के युवा शोधार्थी इस पर अपना सर्वश्रेष्ठ दे तो। इसके साथ शुक्ल ने आग्रह किया कि भारत कृषि प्रधान देश है और हमे हमारे नए शोध में किसानों को मुख्य बिंदु में रखने की जरूरत है कि कैसे इनके वेस्ट को वेल्थ में कन्वर्ट किया जा सके और इन्हें समृद्ध बनाया जा सके, यदि ये समर्थ और समृद्धवान बनेगा तो जरूर भारत विश्व गुरु बनेगा और भारत के विश्व गुरु बनने में पूर्वांचल के इस योगदान को इतिहास में सदैव सबसे ऊपर रखा जाएगा। इसके साथ ही एस के शुक्ल ने किसी भी कार्य को सफलतापूर्वक सम्पादित करने हेतु मूलमंत्र दिया उनमें से कुछ प्रमुख बिंदु,शिक्षा, संस्कार, कर्तव्यनिष्ठा, सत्यनिष्ठा लगन एवं समर्पण को बताया और कहा जो मनुष्य इन संकल्पों के साथ रहता है तो सफलता उसके पास जरूर आती है। इस कार्यक्रम में आइजीएल के प्लांट हेड एपी मिश्र, प्रबंधक प्रशासन एवं जनसंपर्क डॉ सुनील कुमार मिश्र इत्यादि उपस्थित थे।
कार्यक्रम की अध्यक्षता प्रो विट्ठल गोले, हेड केमिकल इंजीनियरिंग ने किया । इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि बिजनेस हेड एस के शुक्ल के साथ विशिष्ट अतिथि एपी मिश्र, डॉ सुनील कुमार मिश्र रहे। इसके साथ ही विशेष आग्रह किया कि किसानों के कचरे को मुनाफे में बदलने का वक्त आ गया है और इसी से सबंन्ध में आइजीएल और मदन मोहन मालवीय प्रद्योगिकी विश्विद्यालय के बीच मे जल्द ही एक एम वो यू होगा, जिसका फायदा पूर्वांचल के किसानों को और छात्रो को होगा। कार्यक्रम में दो सौ से अधिक की संख्या में छात्र एवं छात्राएं उपस्थित थी और सभी ने एक स्वर में कुछ नया करने का संकल्प लिया।
राजेश सिन्हा