
दीपों के त्यौहार में इस साल गोबर और मिट्टी के दीयों से घर-आंगन रोशन होंगे
माता लक्ष्मी-भगवान गणेश की मूर्ति और टेराकोटा से निर्मित उत्पाद मुख्य आकर्षण हैं बिहान बाजार में, 4 नवंबर तक बिहान बाजार का आयोजन
कोरिया 30 अक्टूबर 2021/ दीपों और प्रकाश के त्यौहार दीपावली के अवसर पर जिले में स्व-सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा गोबर के आकर्षक दिये, देवी-देवताओं की मूर्तियां और परम्परागत साज-सज्जा के उत्पाद तैयार किये गए हैं। प्रत्येक वर्ष की भांति इस वर्ष भी दीपावली पर्व को केन्द्रित रखते हुए जिला मुख्यालय बैकुंठपुर में जिला न्यायालय के पास ज़िला पंचायत कॉम्प्लेक्स में स्व सहायता समूहों की महिलाओं द्वारा तैयार किये गए उत्पादों के विक्रय हेतु बिहान बाज़ार का आयोजन किया गया है।
बिहान बाज़ार 28 अक्टूबर से शुरू हो चुका है। 04 नवम्बर तक यहां से महिलाओं द्वारा बनाए गए उत्पाद जैसे मिट्टी और गोबर के दिये, गमले, टेराकोट्टा के उत्पाद, घर के सजावटी सामान सहित मसाला, आचार, स्लीपर, फिनाइल आदि क्रय कर सकते हैं। बिहान के जिला मिशन प्रबंधक ने बताया कि पिछले वर्ष बिहान बाज़ार से समूह की महिलाओं ने 1.20 लाख की आय अर्जित की थी। इस वर्ष भी लोग बड़ी संख्या में पहुंचकर समूह द्वारा उत्पादित सामग्रियों को पसंद कर क्रय कर रहे हैं। इस वर्ष समूह को 2 लाख रुपये तक की आमदनी होने की संभावना है।
बिहान बाज़ार मे पूरे जिले से कुल 10 स्वसहायता समूह के सामानों का विक्रय किया जा रहा हैं, जिनमें ग्राम चकडाँड द्वारा टेरकोट्टा और ग्राम पटना के माँ दुर्गा स्वयं सहायता समूह से मूर्तियां तैयार की गई हैं। ग्राम नागपुर के संकुल स्तरीय संगठन की महिलाओं द्वारा निर्मित घर के सजावटी सामान, ग्राम मझगंवा के वंदना स्वयं सहायता समूह के द्वारा मसाला, विकासखण्ड भरतपुर से कोरिया संकुल स्तरीय संगठन की महिलाओं द्वारा निर्मित मसाला एवं दलिया आदि शामिल है। जिले के सभी 5 विकासखंडों में भी बिहान बाज़ार का आयोजन किया जाएगा।
स्व सहायता समूहए कुम्हार व छोटे कारीगरो से नही लिए जायेंगे कोई शुल्क, राज्य शासन के निर्देश
दीपावली पर दिए जलाने की परंपरा को प्रोत्साहित करने और कुम्हारों तथा दिए बनाने वाले ग्रामीणों की आय को बढ़ाने के मद्देनजर राज्य शासन और कलेक्टर श्री श्याम धावड़े के निर्देश पर जिले में दीपावली त्यौहार के लिए मिट्टी के दिये एवं अन्य सामग्री तैयार करने वाले कुम्हारए स्वसहायता समूह एवं छोटे कारीगरो से कोई कर या शुल्क वसूल नही की जायेगी और उन्हे स्थानीय स्तर पर अपने सामग्री के विक्रय लिए सुविधा एवं प्रोत्साहन दिया जायेगा।
राजेश सिन्हा
कोरिया (छत्तीसगढ़)