
महाराजपुर टोल प्लाजा पर कांग्रेस जिला प्रवक्ता से अभद्रता, मामला बिगड़ा तो टोल कर्मियों ने मांगी माफ़ी
मनेंद्रगढ़:- जिला कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता एवं कार्यालय प्रभारी सौरव मिश्रा जब परिवार सहित बैकुंठपुर जा रहे थे, तो रास्ते में महाराजपुर टोल प्लाजा पर असम्मानजनक व्यवहार का सामना करना पड़ा। दरअसल, उनके वाहन का फास्ट टैग निकल चुका था, जिस पर उन्होंने गाड़ी नंबर से पैसे कटने की बात की, लेकिन टोल पर तैनात कर्मचारी गोविंद ने अभद्र भाषा और गाली-गलौज करना शुरू कर दिया। अचानक हुए इस व्यवहार से घबराकर जिला प्रवक्ता हड़बड़ा गए और टोल से आगे निकल गए। घटना की जानकारी मिलते ही कांग्रेस जनों में आक्रोश फैल गया और सैकड़ों की संख्या में नेता व कार्यकर्ता टोल प्लाजा पर पहुंच गए, आरोपी टोलकर्मी को बुलाने की मांग को लेकर घंटों तक हंगामा हुआ उसके बाद स्थानीय प्रशासन ने टोल प्रबंधक एवं कांग्रेसी नेताओं से बात कर मामले को शांत कराया।
विवाद कैसे शांत हुआ?
बैकुंठपुर से लौटने के बाद जब जिला प्रवक्ता महाराजपुर टोल प्लाजा पहुंच रहे थे तो वह कांग्रेस के कार्यकर्ता पहले ही मौजूद थे, काफी हो हंगामे के बाद मामले को शांत कराया गया, टोल प्रबंधन ने मौके की गंभीरता को समझते हुए तुरंत हस्तक्षेप किया, टोल मैनेजर और आरोपी कर्मचारी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांगी। इसके बाद विवाद को समाप्त किया गया, लेकिन कांग्रेस नेताओं ने साफ़ चेतावनी दी कि “जनप्रतिनिधियों, आम नागरिकों और परिवार के साथ यात्रा कर रहे लोगों के साथ इस प्रकार का व्यवहार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”
इस मुद्दे पर जिला प्रवक्ता सौरव मिश्रा से उनका पक्ष जानना चाहा तो उन्होंने कहा कि यह घटना सिर्फ एक व्यक्ति के नहीं, बल्कि आम नागरिकों की गरिमा पर हमला है टोल प्लाजा में बैठे टोल कर्मी अपनी मर्यादा भूल जाते है मेरे साथ घटित घटना केवल उदाहरण मात्र है प्रतिदिन ऐसे कितने लोगों को टोल कर्मियों के दुर्व्यवहार के कारण अपमानित होना पड़ता होगा। टोल मैनेजर और आरोपी कर्मचारी ने सार्वजनिक रूप से माफी मांग ली है जिससे मामला खत्म हो गया है परंतु कभी भी किसी के साथ भी इस प्रकार की घटना की पुनरावृत्ति हुई तो कांग्रेस पूरे जिले के कार्यकर्ताओं के साथ टोल प्रबंधक के खिलाफ लड़ाई लड़ेगी।
जिला कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष अशोक श्रीवास्तव ने कहा कि घटना घटित घटना बेहद दुर्भागजनक है पूरे प्रदेश में सौरव मिश्रा सबसे कम उम्र के जिला प्रवक्ता एवं कार्यालय प्रभारी है उनकी पहचान प्रदेश के सबसे सक्रिय जिला प्रवक्ता के रूप में है। जब जिला प्रवक्ता जो पत्रकारों से समन्वय स्थापित कर पार्टी की बात आम जनों तक पहुंचाते हैं एवं कार्यालय प्रभारी के रूप में प्रशासनिक अधिकारियों से समन्वय स्थापित कर सूचना, अनुमति, बैठक जैसे गंभीर मुद्दों पर कार्य करते है उनके साथ इस तरीके की घटना घटित हो सकती है तो आम जनता से क्या होता होगा इसकी तो परिकल्पना भी नहीं की जा सकती है। श्रीवास्तव ने कहा मुद्दे को एन एस यू आई के कार्यकर्ताओं ने ही संभाल लिया था परन्तु अब इस तरीके की घटना दुबारा घटित हुई तो पूरी कांग्रेस टोल प्रबंधक के खिलाफ मोर्चा खोलेगी। श्रीवास्तव के कहा कि कांग्रेस इस मुद्दे को लेकर प्रशासनिक समीक्षा और टोल कर्मचारियों के प्रशिक्षण की भी माँग करेगी क्योंकि ऐसी घटना एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करती है कि क्या सार्वजनिक टोल प्लाज़ा पर कर्मचारी व्यवहार और जवाबदेही को लेकर कोई ठोस नियम हैं ?
कांग्रेसजनों की एकजुटता और शांतिपूर्ण दबाव से यह स्पष्ट हो गया कि अन्याय के विरुद्ध आवाज़ उठाई जाए तो बदलाव संभव है।
राजेश सिन्हा -8319654988