
मनेंद्रगढ़ ।लगभग पांच हजार से अधिक लोगों को योग एवं प्राणायाम की निशुल्क प्रशिक्षण देने वाले वरिष्ठ योगाचार्य एवं पतंजलि योग समिति के कुशल योग प्रशिक्षक सतीश उपाध्याय ने अपने दैनिक दिनचर्या में योग एवं प्राणायाम को आत्मसात तो किया ही है ,साथ ही 17 वर्षों में योग गुरु उपाध्याय ने लगभग हजारों व्यक्तियों का योग एवं प्राणायाम के माध्यम से निशुल्क रोग उपचार भी किया है। वर्तमान में 61 वर्ष की उम्र में भी निरंतर योग एवं साधना के माध्यम से श्री उपाध्याय योग के प्रचार प्रसार में लगे हैं ।
विश्व योग दिवस पर योग के महत्व पर चर्चा करते हुए कहते हैं कि – योग को जीवन में एक अनिवार्य दिनचर्या की तरह शामिल करने से एवं नियमित योग करने से निश्चित रूप से कई असाध्य रोग दूर होते हैं ।उन्होंने बतलाया कि- पाचन तंत्र हृदय रोग ,वजन बढ़ना ,डिप्रेशन एवं दमा जैसे रोगों में योग आश्चर्यजनक लाभ देता है। पतंजलि योग समिति के तहसील प्रभारी का दायित्व संभालने वाले योग गुरु ने कुछ योग साधकों को प्रशिक्षित भी किया है जिससे वे जन जन तक योग एवं प्राणायाम को पहुंचा कर लोगों को लाभान्वित कर सकें। पतंजलि योग समिति के निर्देशन में चलने वाले योग साधकों में विश्वनाथ गुप्ता उर्फ विशु ने 98 किलो वजन से अपना वजन घटाकर 80 किलो कर लिया है एवं थायराइड की गंभीर बीमारी से निजात पा लिया है ।विश्वनाथ गुप्ता के गले एवं शरीर के विभिन्न अंगों में मस्से भी थे जो योग करने से पूरी तरीके से झड़ गए हैं ।
वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र की स्वास्थ कर्मी प्रतिभा सोलोमन को हाथ पांव में दर्द एवं जकड़न की शिकायत की वे पालथी मारकर नहीं बैठ पाती इससे भी योग से उनको इन समस्याओं से छुटकारा मिला है वे पिछले 1 वर्षों से नियमित योग कर रही हैं। पिंकी सलूजा कोशहाई बीपी, सिर में दर्द एवं हाथों में कंपन की शिकायत थी ,योग से उनको इन समस्याओं से छुटकारा मिला है ,वही सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र के आर डी दीवान नियमित रूप से योग को आत्मसात कर चुके हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सक डॉक्टर संदीप चंदेल मांसपेशियों में दर्द जोड़ों में दर्द एवं पाचन संबंधी समस्याओं को झेल रहे थे योग को आत्मसात करने से इन्हें काफी लाभ मिला है। समाज सेविका अनीता फरमानिया पिछले 20 वर्षों से वॉकिंग कर रही थी लेकिन उतना फायदा नहीं मिल रहा था योग एवं प्राणायाम से उनका वजन भी नियंत्रित हो गया एवं अनावश्यक फैट बॉडीज भी कम हो गई है वह अपने आप को पूर्ण तक फिट मानतीहै। इसी प्रकार पिंकी सलूजा ,डॉक्टर संदीप चंदेल प्रतिभा सोलोमन ,विश्वनाथ गुप्ता, की तरह दिवाकर मिश्रा, रोशन जहां शमा परवीन रामसेवक विश्वकर्मा राजेश जयसवाल, अर्चना गुप्ता विवेक तिवारी, निर्भय शंकर गुप्ता, संजय कुमार अग्रवाल, रितेश ताम्रकार धर्मराज वर्मा श्रीमती बलबीर कौर अनीता ,ठाकुर प्रसाद केसरी, परमानंद सिंह ,राकेश अग्रवाल ,हर्ष लता खियानी, नसीमा बेगम, रामअवतार गुप्ता, सुभाष अग्रवाल रोशन जहां ,सिंपी चंदेल ,दिवाकर आचार्य , नारायण अग्रवाल प्रतिभा अग्रवाल, आदि ऐसे योग साधक है जो नियमित रूप से अपने दैनिक दिनचर्या में योग एवं प्राणायाम को आत्मसात कर शारीरिक व्याधियों से मुक्ति पा चुके हैं एवं नियमित रूप से योग कर रहे हैं।