गोमूत्र से जैविक खेती के साथ पशुपालकों को मिलेगा आर्थिक स्वालंबन -उपाध्याय
मनेंद्रगढ़। वरिष्ठ योग प्रशिक्षक एवं पतंजलि योग समिति के तहसील प्रभारी सतीश उपाध्याय ने छत्तीसगढ़ में किसानों के त्यौहार हरेली से राज्य में गोमूत्र खरीदी पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि -गोमूत्र से जहां जैविक खेती एवं पशु पालकों और किसानों को आर्थिक मजबूती मिलेगी. आयुर्वेद में गोमूत्र को एक महत्वपूर्ण औषधि बतलाते हुए उन्होंने कहा कि- गोमूत्र , कई असाध्य रोगों में कारगर औषधि साबित हुई है,। सहज एवं आसानी से उपलब्ध होने पर लोग इसके लाभ से भी परिचित होंगे एवं अपनी शारीरिक बीमारी को भी दूर करने में गोमूत्र का उपयोग करेंगे। श्री उपाध्याय ने कहा कि निकट भविष्य में निश्चित रूप से गोमूत्र की खरीदी से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को भी मजबूती मिलेगी। गोमूत्र का कीटनाशक दवाओं के रुप में प्रयोग, एवं गोमूत्र से आयुर्वेदिक दवाओं का प्रयोग करने का उल्लेख सदियों से हमारे आयुर्वेदिक चिकित्सख एवं योगाचार्य करते रहें हैं । पौराणिक ग्रंथों में भी गोमूत्र को पवित्र एवं औषधि निरूपित किया गया है। आयुर्वेद , योग एवं प्राणायाम के पक्षधर श्री उपाध्याय ने राज्य शासन के इस फैसले को आर्थिक ग्रामीण अर्थव्यवस्था से जोड़ते हुए कहा कि इससे अब स्व सहायता समूह एवं किसान पशुपालकों को भी सीधा लाभ होगा वे महंगे कीटनाशक खरीदने से बचेंगे एवं गोमूत्र से तैयार होने वाले कीटनाशक का प्रयोग करेंगे। रासायनिक कीटनाशक की कीमत जहां बाजारों में तीन से चार सौ रुपए प्रति लीटर होती है वहीं राज्य सरकार मानकों पर खरे उतरने वाले गोमूत्र के लिए ₹4 लीटर की दर निर्धारित की है इससे खेती किसानी को प्रोत्साहन मिलेगा एवं किसान भी आर्थिक रूप से मजबूत होंगे। राज्य शासन के सभी 28 जिलों में शुरुआती दौर में गोमूत्र के संग्रहण एवं इसके आसवन एवं परीक्षण के लिए भी गौठान सक्रिय हैं , गोमूत्र की खरीदी सरकार की महत्वाकांक्षी योजना है। श्री उपाध्याय ने यह विश्वास व्यक्त किया है आने वाले समय में बाजारों में इसकी उत्पादों की बिक्री एवं खरीदारी के प्रति लोग आकर्षित होंगे एवं अपने स्वास्थ्य के लिए आयुर्वेद में बताए गए नियमानुसार गोमूत्र का भी सेवन करने लोग आगे आएंगे।
आयुर्वेद उपचार के पक्षधर एवं योग विशेषज्ञ सतीश उपाध्याय ने यह आशा व्यक्त की है कि जिस प्रकार गोधन न्याय योजना में गोबर की खरीदी कर ,छत्तीसगढ़ ने देश में नया आयाम बनाया है वैसे ही गोमूत्र खरीदी में भी छत्तीसगढ़ देश में अपनी एक नवीन पहचान बनाने में सफल होगा।
राजेश सिन्हा