
प्राकृतिक खेती एवं पोषण वाटिका पर दिया गया एक दिवसीय प्रशिक्षण
मध्यप्रदेश (बुरहानपुर) बुरहानपुर कृषि विज्ञान केन्द्र बुरहानपुर व इफिकोर संस्था के सौजन्य से एक दिवसीय कृषक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन को किया गया। प्रशिक्षण का विषय प्राकृतिक खेती एवं पोषण वाटिका के विषय पर कृषकों को जानकारी दिया गया। कार्यक्रम के उद्देष्य पर इफिकोर संस्था के रमेष मसीह के द्वारा जानकारी दिया गया। इस दो दिवसीय प्रशिक्षण मे बुरहानपुर के अलग अलग गांव से दो दिन 30 अलग अलग समूह की कृषक महिलाओं ने भाग लिया। इस तरह दो प्रशिक्षण मे कुल 60 कृषक महिलाओं को प्राकृतिक खेती एवं पोषण वाटिका के विषय पर प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षण मे डाॅ संदीप कुमार सिंह वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख कृषि विज्ञान केन्द्र, बुरहानपुर ने प्राकृतिक खेती के प्रमुख घटकों पर चर्चा किया गया। जीवामृत, बीजामृत, धनामृत, अगनेअस्त्र एवं ब्रहम्स्त्र बनाने एवं खेती मे प्रकरने पर किसानों को जानकारी दिया।भूपेन्द्र सिंह प्रशिक्षण प्रभारी द्वारा खरपतवार प्रबन्धन प्राकृतिक खेती मे कैसे किया जाये विषय पर जानकारी दिया गया। मोनिका जायसवाल द्वारा पोषण वाटिका के अन्तर्गत लगाई जाने वाली सब्जियां लगाने का समय एवं इसका उपयोग कैसे किया जाये एवं कम क्षेत्रफल मे अधिक उत्पादन प्राप्त करने के बारे मे जानकारी दिया गया। कार्यक्रम मे इफिकोर संस्था के श्वेता टायटस द्वारा अलग अलग गांव से 30 चयनित महिला कृषकों को कृषि विज्ञान केन्द्र सांडस कला बुरहानपुर मे लाया गया था। संस्था एवं परियोजना सुरक्षा बाल विकास बुरहानपुर के अनुरूप एक दिवसीय पाठ्यक्रम तय करके प्राकृतिक खेती के विभिन्न पहलुओं पर जानकारी दिया गया। प्रशिक्षण कार्यक्रम मे केन्द्र के अलग विषेषज्ञों द्वारा प्रशिक्षण दिया गया। प्रशिक्षाणार्थियों को केन्द्र के प्रक्षेत्र पर स्थापित बकरी पालन इकाई केंचुआ खाद उत्पादन इकाई एवं फसल संग्रहालय पर संदीप राठौड द्वारा भ्रमण कराया गया। इस प्रशिक्षण मे समोती बाई ठाकुर, कमला बाई, मथुरा बाई, ज्योती चंदन, केसर बाई, सुरेखा बाई आदि ने भाग लिया। अंत मे आभार केन्द्र के वैज्ञानिक भूपेन्द्र सिंह द्वारा किया गया।
राजेश सिन्हा