आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं को 48 घंटे के अंदर काम में लौटने का आदेश नहीं लौटे तो जाएगी नौकरी
मनेंद्रगढ़ एमसीबी // जहां राजनीतिक दल चुनाव जीतने के लिए चुनाव में घोषणा कर आम लोगों सहित कर्मचारियों का भी वोट पाने के लिए बड़ी बड़ी घोषणा करती हैं लेकिन जब वही कर्मचारी अपने हक की लड़ाई लड़ती है तो उनकी बातों को दबाने के लिए हर हथकंडा अपनाया जाता है । छत्तीसगढ़ प्रदेश में आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिका अपने हक के लिए अनिश्चितकालीन हड़ताल कर रही है ऐसा नहीं है कि यह पहली बार किया हो बराबर अपनी मांगे शासन से हमेशा करती आ रही है, जहां एक ओर विधायक का अपना वेतन विधानसभा में डेढ़ गुना बढ़ जाता है । वही आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मात्र कलेक्टर दर वेतन और अपनी परिवार के भविष्य की सुरक्षा सरकार से मांग रही है, जहां कांग्रेश चुनाव जीतने के लिए कलेक्टर दर पर वेतन करने का वादा किया था लेकिन अब उसे पूरा करने की बजाय कार्यकर्ताओं और सहायिकाओं का अनिश्चितकालीन हड़ताल को दबाने का कार्य कर रही है, जहां आदेश जारी कर 48 घंटे के अंदर काम में लौटने का आदेश जारी किया है अब देखना है कि राज्य सरकार के द्वारा मिल रहे ढाई हजार में कार्य करने को मजबूर होती है या अपनी आंदोलन को आगे ले जाएंगे।कांग्रेश के द्वारा घोषणा पत्र में किए वादे पूरा करती है, या आंगनवाड़ी कार्यकर्ता और सहायिकाओं के आंदोलन को दबाने का कार्य करेगी।
संपादक- राजेश सिन्हा