1 लाख पर क्या 12 हजार भारी महंत या पांडे चार को खुलेगा किस्मत का ताला
लोकसभा की तीसरे चरण का मतदान 7 मई को संपन हो गया जहां कोरबा लोकसभा की बात करे तो कांग्रेस से ज्योत्सना महंत और सरोज पांडे बीजेपी की उम्मीदवार के रूप में भाग्य आजमाया वहीं मतदाता ने भी वोट देकर अपना कर्तव्य निभाया दोनो उम्मीदवार की किस्मत का फैसला ईवीएम में कैद हो गया जहां 4 जून को ईवीएम खुलेगा तब पता चलेगा की मतदाता ने किसे वोट दिया और किसका किस्मत का ताला खुलेगा
वहीं बात करे जहां ज्योत्सना महंत की तो चरणदास मंहत पूरे चुनाव में मोर्चा सम्हाल रखा था सरोज पांडे की बात करे। तो मोदी के नाम से वोट मांगते नजर आए बाहरी प्रत्याशी का भी उन पर खूब आरोप लगा वही 5 वर्षो तक संसदीय क्षेत्र में न दिखने का आरोप बीजेपी ने ज्योत्सना महंत पर भी लगाया
प्रचार प्रसार की बात करे भाजपा पूरी तक रोड में दिखा रही थी तो कांग्रेस घर घर जाकर वोट मांगती नजर आई कांग्रेस इस बार रोड में शक्ति प्रदर्शन न दिखाते हुए गांव-गांव वार्ड-वार्ड में ताकत लगाया जिस तरह विधानसभा चुनाव में बीजेपी महतारी वंदन योजना का फॉर्म भरवाई थी उसी तरह कांग्रेस ने भी 8 हजार रुपए योजना वाली फॉर्म भरवाई जिसका 4 जून को ही पता चलेगा कि कितना लाभ मिला
वहीं बीजेपी का सीएम कार्यक्रम पटना और खड़गवां में जनता में कोई उत्साह नही दिखा जहां पटना में बीजेपी भीड़ नही जुटा पाई तो खडगंवा में पुलिस बल का उपयोग किया गया जिससे जनता में आक्रोश देखा गया