विश्व पर्यावरण दिवस पर फासिल्स पार्क में संगोष्ठी आयोजित विश्व स्तरीय समुद्री जीवाश्म भारत की पूंजी है – लक्ष्मी शंकर
मनेंद्रगढ़ एमसीबी :- हसदेव नदी के पावन तट पर पाया जाने वाला विश्व स्तरीय समुद्री जीवाश्म भारत की ऐसी पूंजी है जिसे आने वाली पीढियां को इसी स्वरूप में हमें सौंपना है. 29 करोड़ वर्ष पुराना यह जीवाश्म स्टीथ सागर के मनेन्द्रगढ़ तक जुड़े रहने की और पृथ्वी पर जीवन उत्पत्ति के अंजान पन्नों का वह दस्तावेज है जिसे संरक्षित और विकसित करने की जिम्मेदारी हमारी संयुक्त जिम्मेदारी है . विकास के कुछ कार्य वन मंडल मनेन्द्रगढ़ द्वारा किए गए हैं और विकास के कई अध्याय अभी बाकी है. जिसमें ज्ञानवर्धक वीडियो प्रस्तुति मैं इसके ऐतिहासिक परिपेक्ष को प्रस्तुत करने का उपक्रम का निर्माण प्रस्तावित है. उक्त आशय के विचार उपवन मंडल अधिकारी माननीय लक्ष्मी नारायण ठाकुर ने संबोधन संस्थान एवं वनमाली सृजन केन्द्र मनेन्द्रगढ़ द्वारा फासिल्स पार्क में 5 जून विश्व पर्यावरण दिवस पर आयोजित संगोष्ठी में व्यक्त किये.
सम्माननीय अतिथियों की उपस्थिति में वन माली सृजन केंद्र कोरिया के संयोजक वीरेंद्र श्रीवास्तव ने विश्व पर्यावरण दिवस पर फासिल्स पार्क मनेन्द्रगढ़ में इस आयोजन की भूमिका प्रस्तुत करते हुए संगोष्ठी का प्रारंभ किया. जिसे साहित्यकार गौरव अग्रवाल के कुशल संचालन ने कार्यक्रम को आगे बढ़ाया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि आईएफएस माननीय नीरज जी ने विश्व पर्यावरण दिवस पर पर्यावरण जन जागृति के लिए इस फॉसिल पार्क में अच्छे आयोजन के लिए संबोधन साहित्य संस्थान एवं वनमाली सृजन केंद्र कोरिया की सराहना की और आज के आयोजन को एक प्रशसनीय आयोजन निरूपित किया. उन्होंने इस फॉसिल पार्क को और विकसित करने के लिए नागरिकों के सुझाव आमंत्रित किए.
जिला पंचायत कोरिया के प्रतिनिधि वरिष्ठ साहित्यकार श्री रूद्र नारायण मिश्र ने कहा कि सनातन संस्कृति के पुरोधा ऋषियों ने प्रकृति पूजा में वट, पीपल, और नीम जैसे पेड़ों को पूजा के विधान में रख दिया था और माता बहनों को उनकी पूजा के माध्यम से संतान की उन्नति का रास्ता बता कर पेड़ों की पूजा से जोड़ दिया जो आज हमारी स्वस्थ संस्कृति की पहचान बन चुकी है.
बैकुंठपुर के पुरातत्व विशेषज्ञ वाल्मीकि दुबे ने छत्तीसगढ़ की नदियों में हसदो की गरिमा को प्रस्तुत नहीं किए जाने पर चिंता व्यक्त की. कई राज्यों को बिजली देने वाले छत्तीसगढ़ कोरबा के पावर प्लांट की जीवन दायिनी हसदो पर बने बांगो बांध को आज पूरा देश जानता है किंतु छत्तीसगढ़ की नदियों की पहचान में यह अदृश्य नजर आती है यह चिंता का विषय है.
संबोधन संस्थान के अध्यक्ष अनिल जैन ने अपने उद्बोधन में कहा कि जब हम किसी छायादार पेड़ की छांव में बैठकर सुख का अनुभव करते हैं तब प्रकृति एवं पेड़ लगाने वालों को मन से धन्यवाद देते हैं इसी आशीर्वाद को आप भी एक पेड़ लगाकर प्राप्त कर सकते हैं .
नई पीढ़ी को पर्यावरण के विचारों से जोड़ने के लिए विजय इंग्लिश मीडियम हायर सेकंडरी विद्यालय की छात्रा श्रुति एवं फातिमा ने अपने विचारों के माध्यम से पर्यावरण संरक्षण की सोच को आगे बढ़ाया
कार्यक्रम के अध्यक्ष मनेन्द्रगढ़ नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रभा पटेल ने कहा कि यह मैरीन फॉसिल्स मनेन्द्रगढ़ का गौरव है. संबोधन साहित्य एवं कला विकास संस्थान की टीम को मैं बधाई देना चाहूंगी जिनके लगातार कई वर्षों के प्रयास से अब इसके विकास को नई राह मिली है. जो दूर तक जाएगी. आज मैं इस संस्था के साथ साथ नगर के गणमान्य नागरिकों की आभारी हूँ कि आपने मुझे इस मंच पर स्थान दिया.
कठधोड़ी सोनहत से आए डॉक्टर राजकुमार शर्मा ने साहित्यिक पर्यावरण की नई इबारत की प्रस्तुति से लोगों का मन मोह लिया. जिसे सभी ने तालियां बजकर सराहा.
सायं 5:30 बजे 6.30 तक गोंडवाना मैरीन फॉसिल्स के भ्रमण एवं विकास कार्यों का जायजा लेते हुए देर शाम तक चलते इस संगोष्ठी कार्यक्रम को संबोधन साहित्य कला विकास संस्थान एवं वनमाली सृजन केंद्र मनेन्द्रगढ़ के सदस्यों, पत्रकारों, गणमान्य नागरिकों की उपस्थिति के बीच निरंजन मित्तल, नरेंद्र श्रीवास्तव, डॉ राजकुमार शर्मा ,जयप्रकाश सिंह, राजकुमार पांडे, सांवलिया प्रसाद सर्राफ, परमेश्वर सिंह,वेद प्रकाश पांडे, पुष्कर तिवारी, रमेश गुप्ता ,सतीश गुप्ता, शराफत अली, रामचरित द्विवेदी, की उपस्थिति उल्लेखनीय रही .
राजेश सिन्हा 8319654988