
वनपाल बनी मिशाल खैरबना बीट की वनपाल ने हजारों पौधों को जिंदा रखने के लिए शुरू की मुहीम
कोरिया। मनेंद्रगढ़ वन मंडल में पिछले साल मानसून के मौसम में वन विभाग द्वारा एनएच 43 के किनारे ट्री गार्ड सहित पौधे लगाए गए थे, उन ट्री गार्डों को कुछ असामाजिक तत्वों के द्वारा बार-बार तोड़ दिया जाता है।
जिसका मरम्मत कार्य एवं पौधों को पानी दिलाने का कार्य खैरबना बीट की वनपाल सरिता एक्का के द्वारा शुरू किया गया है। इनके द्वारा हजारों पौधों को पानी दिया जा रहा है जिससे कि पेड़ पौधे और तेजी से बढ़े और वातावरण को हराभरा रखा जा सके। शहर को हरा भरा बनाने के लिए सरकारी विभाग के साथ ही जन संगठन भी पौधा रोपण कर वाहवाही लूटने में लगे है। आस-पास रह रहे लोग भी पौधो में पानी देकर उनमें जान डालने का प्रयास कर रहे।
जिले में हर बार मानसून का मौसम आते ही प्रशासन हजारों पौधों को लगाने की योजना बनाता है। वन विभाग द्वारा किसानों व जन संगठनों को मुफ्त व सस्ती दरों पर पौधे उपलब्ध करवाए जाते है। पिछले साल जिले में लाखों पौधे लगाने का लक्ष्य निर्धारित था। मनेंद्रगढ़ वन मंडल के अंतर्गत वनपाल सरिता एक्का ने अब अपना फर्ज निभाते हुए कर्मचारियों के साथ लगे पेड़ों को पानी देकर और देख रेख कर अब हराभरा करने की मुहिम चालू कर दिया है जिससे पूरा वातावरण हराभरा दिखे और लोगों को शुद्ध हवा मिले।
सबसे कड़वा सच तो ये है कि इन पौधों की देखभाल करने के लिए किसी भी विभाग के पास माली नही है। शहर की कुछ पार्को में ही गिने चुने माली रखे हुए है। इसके अतिरिक्त शहर में कहीं भी लगे पौधों की देखभाल के लिए सरकार ने कोई विकल्प तक नही बनाया है। जिस कारण हरियाली एक सपना बनकर रह गई है। लेकिन वनपाल ने अपने क्षेत्र में अपनी जिम्मेदारी निभाते हुए पानी देने का कार्य सुरु किया है।
राजेश सिन्हा
संपादक
खबर जागरण में