हसदेव नदी के तट पर इस अंचल के आम नागरिकों की भावनाओं को शब्दों में अभिव्यक्त करने की एक कोशिश, छत्तीसगढ़ की चार दशकों की संस्था संबोधन साहित्य में कला विकास संस्थान मनेंद्रगढ़ के इस फ्लेक्सी बोर्ड में प्रदर्शित करने की कोशिश की गई है. संबोधन के आंचलिक एवं राष्ट्रीय विकास हेतु गठित विभाग *संबोधन विचार मंच* एव संबोधन पर्यावरण संरक्षण मंच ने विगत 12 वर्ष से अपने प्रयासों को वास्तविक स्वरूप देने की एक कोशिश इस बोर्ड के माध्यम से की है. उम्मीद है कि छत्तीसगढ़ सरकार का इस दिशा में ध्यानाकर्षण कराने और विश्व की इस भूगर्भीय धरोहर के विकास एवं संरक्षण की ओर गंभीरता से विचार करने हेतु हमारे प्रयास को छ.ग. शासन ने मूर्तरूप देना प्रारंभ कर दिया है. संबोधन विचार मंच विभागाध्यक्ष बीरेन्द्र श्रीवास्तव से प्राप्त जानकारी के अनुसार 28 करोड़ वर्ष पुराने समुद्री जीवन के इस *विश्व स्तरीय राष्ट्रीय भूगर्भीय धरोहर* के समुद्री जीवाश्म के अंश साउथ अफ्रीका, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अमेरिका, एवं भारत में मनेंद्रगढ़ में उपलब्ध है. हमारे सौरमंडल मे समुद्र एवं जीवन की उत्पत्ति का यह वैज्ञानिक प्रमाण का भारत मे मिलना देश के लिए गौरव की बात है. संस्था के लगातार प्रयासों के परिणाम स्वरूप जैव विविधता पार्क एवं इस समुद्री जीवाश्म के विकास और संरक्षण हेतु छत्तीसगढ़ शासन ने प्रयास प्रारंभ कर दिए हैं. जिसमें एक राष्ट्रीय टीम द्वारा इसके निरीक्षण की तैयारियां प्रारंभ कर दी गई है, जिसमें जियोलॉजिकल सर्वे आफ इंडिया, कलकत्ता, बीरबल साहनी इंस्टीट्यूट आफ पैलियो बाटनी, लखनऊ,के वैज्ञानिकों सहित छत्तीसगढ़ जैव विविधता विभाग के मेम्बर सेकेट्ररी सी जीएस बी बी माननीय श्री अरुण पांडे एवं अन्य संस्थाओं के प्रतिनिधि शामिल होंगे।
राजेश सिन्हा
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