दुकानों पर बिक रहा खुलेआम पेट्रोल डीजल सरकारी महकमा मौन
गोरखपुर पीपीगंज नगर पंचायत व ग्राम सभाओं में कुछ लोगों के द्वारा खुलेआम पेट्रोल की बिक्री की जाती है। दुकानों में बिक रही पेट्रोल से कभी भी किसी बड़ी घटना का कारण बन सकते हैं। जहां शासन द्वारा पेट्रोल को खुलेआम बिक्री किया जाना प्रतिबंधित है फिर भी हर गली चौराहे पर देखने को मिल जाएगा। योगेन्द्र रोशन आलोक आदि लोगो ने बताया क्या अधिकारियों की नजर इन पर नहीं पड़ती है। जब कि इसी रास्ते से कई उच्च अधिकारियों का आना जाना लगा रहता है।जिला मुख्यालय सहित जिले के शहर एवं ग्रामीण क्षेत्रों में पेट्रोल पंप खुल गए हैं और कई का खुलना जारी है। एक ओर जिले में इंडियन आयल,भारत पेट्रोलियम, रिलायंस पैट्रोलियम एवं हिन्दुस्तान पेट्रोलियम जैसी तेल कंपनियां वाहन मालिकों को पेट्रोल उपलब्ध करा रही है। वहीं दूसरी ओर कुकुरमुत्तों की तरह नगर पंचायत पीपीगंज,जसवल,पचगांवा, मछरिया घाट अकटहवा की दुकानों पर बोतलों में भी बंद पेट्रोल खुलेआम बेचा जा रहा है। इस तरह से पेट्रोल की खुलेआम बिक्री तो गैर कानूनी है ही साथ ही मिलावट का धंधा भी इसकी आड में खूब फल फूल रहा है। जानकारों की मानें तो इस तरह बिकने वाला पेट्रोल अत्यंत ही घातक है जिसे आग की एक चिंगारी आसपास में तबाही का मंजर खड़ा़ कर दे सकती है। वहीं इस तरह से बिकने वाला पेट्रोल में थीनर आदि की मिलावट आसानी से कर दी जाती है। ऐसे पेट्रोल के खरीदार राह चलते गाड़ियों में पेट्रोल खत्म हो जाने वाले लोग होते हैं।एक तो इन्हें पेट्रोल के वास्तविक मूल्य 96 रुपया 68 पैसा की जगह 105 रुपये प्रति ली. के हिसाब से चुकाना पड़ता है। वहीं रास्ते में खरीदे गए इस मिलावटी पेट्रोल से गाड़ियों, खासकर मोटरसाइकिलों के इंजन को भारी नुकसान पहुंचता है। इसी के साथ ही गाड़ियों का माइलेज भी गड़बड़ा जाता है। मिलावटी पेट्रोल के उपयोग से वाहन मालिकों को काफी नुकसान उठाना पड़ता है। ऐसी बात नहीं है कि जगह-जगह इस तरह से खुलेआम बिकने वाली बोतल में बंद कर पेट्रोल की बिक्री से प्रशासन अंजान हैं। पेट्रोल कंपनियों एवं पेट्रोल पंप संचालकों की मानें तो इस प्रकार के मिलावटी पेट्रोल की बिक्री रोकना स्थानीय प्रशासन का काम है। लेकिन प्रशासन ऐसे गैर कानूनी पेट्रोल विक्रेताओं पर कार्रवाई नहीं करती है। जिस कारण इस तरह बोतलों में भर कर खुलेआम पेट्रोल बेचा जा रहा है। भूतपूर्व शिक्षक रामचंद्र यादव ने बताया इस तरह से पेट्रोलियम पदार्थो की बिक्री पर रोक के लिए तेल कंपनियों के द्वारा गुणवत्तायुक्त पेट्रोल भी उपयोग के लिए जागरुकता अभियान चलाने की आवश्यकता है। सूरज मद्धेशिया ने बताया कि जिला प्रशासन को चाहिए कि अवैध तरीके से पेट्रोल बेचने वालों के खिलाफ अभियान चलाए ताकि हादसे को रोका जा सके।