
ग्लूकोमा (काला मोतिया) के बारे में दी गई जानकारी मरीजों का हुआ परीक्षण
एमसीबी :- अंधत्व नियंत्रण कार्यक्रम के तहत ग्लुकोमा सप्ताह के दौरान मरीजों का परीक्षण कर बीमारी के बारे में जानकारी एवं बचाव के बारे में बताया गया। 40 वर्ष से अधिक आयु वाले को नियमित परीक्षण कराना चाहिए।
ग्लुकोमा को काला मोतिया भी कहा जाता है यह गंभीर नेत्र बीमारी है हममें आंख में दर्द, आंखो की रोशनी कम होना, बार बार चस्मा का नंबर बदलना, दृष्टि का दायरा सिकुड़ना, आंख का प्रेशर बढ़ना, आंख में चोट लगने से या 40 वर्ष से अधिक आयु को ग्लुकोमा की संभावना होती है। आंखो का प्रेशर बढ़ने से पौष्टिक नर्व सुख जाता है, जिसका उपचार संभव नही है। सही समय पर आंख की जाँच कराकर परेशानी से बचा जा सकता है।
मनेंद्रगढ़, चिरमिरी खडगांवा, जनकपुर, नागपुर, डोमानहिल में नेत्र परीक्षण की व्यवस्था है जहां उचित जांच व परामर्श ले सकते हैं।ग्लुकोमा सप्ताह के दौरान मरीजो वः परीजनों को जानकारी दी गई व परीक्षण किया गया।