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विजयादशमी: बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश
प्रस्तुति – पूजा खरे
मनेंद्रगढ़। आज पूरे देश में विजयादशमी का पर्व हर्षोल्लास से मनाया जा रहा है। यह महापर्व हमें यह संदेश देता है कि बुराई कितनी भी शक्तिशाली क्यों न हो, अंततः जीत सच्चाई और अच्छाई की ही होती है।
रामायण से लेकर महाभारत तक, भारतीय संस्कृति के असंख्य प्रसंग इस सत्य की पुष्टि करते हैं कि भगवान सदैव धर्म और सत्य का साथ देते हैं। रावण जैसे पराक्रमी असुर का अंत भी भगवान श्रीराम के हाथों हुआ और संसार को यह सीख मिली कि अन्याय, अहंकार और अधर्म की जड़ें चाहे कितनी गहरी क्यों न हों, उन्हें अच्छाई की शक्ति जड़ से उखाड़ फेंकती है।
विजयादशमी का यह पर्व हमें यह भी प्रेरित करता है कि जीवन में जब कभी हम अकेले पड़ जाएं और चारों ओर से असत्य का दबाव महसूस हो, तब भी घबराना नहीं चाहिए। क्योंकि सत्य के मार्ग पर चलने वाला वास्तव में अकेला नहीं होता, उसके साथ भगवान और उनका आशीर्वाद सदैव होता है।
आज के समय में जब समाज अनेक चुनौतियों और प्रलोभनों से घिरा है, विजयादशमी का यह संदेश और भी प्रासंगिक है कि हमें सच्चाई पर अडिग रहना चाहिए। देर से ही सही, परंतु जीत सदैव धर्म और अच्छाई की ही होती है।
तो आइए, विजयादशमी के इस अवसर पर हम सब संकल्प लें कि अपने जीवन से हर प्रकार की बुराई को दूर कर सच्चाई, नैतिकता और धर्म के मार्ग पर चलेंगे।
तो बोलें— जय श्रीराम
राजेश सिन्हा – 8319654988