
आज का वर्तमान हमारे वेदों और पुराण पुस्तकों पर टिका है – कमरो
मनेन्द्रगढ़, पुस्तकें आपके जीवन के हर कदम पर आपका साथ देंगे. समाज के हर क्षेत्र में पुस्तकों का योगदान है. शिक्षण प्रशिक्षण एवं देश-दुनिया की जानकारी के लिए पुस्तकों के समीप जाना बहुत जरूरी है. मोबाइल का प्रयोग बहुत आवश्यक होने पर ही करें. आज का वर्तमान हमारे वेदों और पुराणों जैसी प्राचीन पुस्तकों पर ही टिका हुआ है. इस पुस्तक यात्रा की सफलता की मैं शुभकामनाएं देता हूं उक्त आशय के विचार मुख्य अतिथि की आसंदी से विधायक भरतपुर माननीय गुलाब कमरों ने पुस्तक यात्रा मंच से अपने उद्बोधन में व्यक्त किए.
मनेन्द्रगढ़ विधायक डॉ विनय जायसवाल नेकार्यक्रम के अध्यक्षीय उद्बोधन मे कहा कि आज के मोबाइल क्रांति में लाभ के साथ हानि भी शामिल है. पुस्तके हमारी मानसिक मेघा को बढ़ाती है, दूसरी ओर मोबाइल मानसिक रूप से पंगु बनाता है. इसलिए हम पुस्तकों के समीप आए और अपने मस्तिष्क का उपयोग करें.
दुनिया के बदलते हुए दौर में मोबाइल में उपलब्ध गूगल को पुस्तकों में ही समृद्ध किया है. आज गूगल पर उपलब्ध देश विदेश के ज्ञान इन्हीं पुस्तकों से प्राप्त हुआ है. ज्ञान के केंद्र में पुस्तकों का बहुत बड़ा योगदान है. इतिहास गवाह है कि व्यक्ति का व्यक्तित्व तब तक बड़ा नहीं बन सकता, जब तक वह पुस्तकों से नहीं जुड़ता. रायपुर से पधारे विद्वान साहित्यकार गिरीश पंकज की मंच पर उपस्थिति आज इस पुस्तक यात्रा को नई ऊंचाइयों प्रदान कर रहा है. मेरी शुभकामना है कि यह नगर साहित्यिक यात्राओं का गढ़ बने. उक्त आशय के विचार मनेंद्रगढ़ कलेक्टर एवं जिलाधिकारी माननीय श्री पी एस ध्रुव द्वारा पुस्तक यात्रा समारोह मे व्यक्त किए गए.
कार्यक्रम का संचालन करते हुए बीरेंद्र कुमार श्रीवास्तव ने कहा इस पुस्तक यात्रा के माध्यम से पाठकों को पुस्तक से जोड़ने का प्रयास, शांत झील में प्रश्नों की कंकरी मार तरंगे उत्पन्न करने की एक कोशिश है, जो दूर किनारे बैठे गांव गांव तक पहुंचेगी. देश के शीर्षस्थ साहित्यकारों में शामिल श्री गिरीश पंकज ने कहा की पुस्तकों का अपना संसार है, जिससे हम सारा ज्ञान प्राप्त करते हैं. मैं मनेंद्रगढ़ की इस मिट्टी के प्रति ऋणी हूं जिसने मुझे साहित्य और किताबों की दुनिया की ऊंचाईयाँ दी हैं. मेरी लिखी पुस्तकों पर होने वाले शोध प्रबंध का संपूर्ण श्रेय मैं आज इस मिट्टी को देता हूं. सम्माननीय कलेक्टर मनेन्द्रगढ़ से हम बहुत सा ज्ञान ग्रहण कर सकते हैं. पुस्तक यात्राओं के औचित्य एवं इसकी सफलता पर मैंने कई पत्र-पत्रिकाओं में लेख के माध्यम से अपनी कलम चलाई है. जैसे जैसे यह यात्रा आगे बढ़ेगी हम और समृद्ध होंगे. इसकी सफलता के प्रति मैं आश्वस्त हूं.
आजादी के अमृत महोत्सव को समर्पित अंतर्राष्ट्रीय विश्वरंग कला महोत्सव के प्रथम चरण में छत्तीसगढ़ वनमाली सृजन पीठ एवं आईसेक्ट विश्वविद्यालय ग्रुप द्वारा विश्वरंग पुस्तक यात्रा का मनेंद्रगढ़ में वनमाली सृजन केंद्र मनेंद्रगढ़ के साहित्यकारों एवं कलाकारों द्वारा स्वागत किया गया. इस यात्रा के साथ आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के अतिथियों मे नगरपालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रभा पटेल, उपाध्यक्ष श्री कृष्ण मुरारी तिवारी, डी पी एस स्कूल के निदेशक श्रीमती पूनम वेंकटेश सिंह ,वनमाली सृजन पीठ बिलासपुर संयोजक श्री योगेश मिश्रा की उपस्थिति ने कार्यक्रम को उचाईयों प्रदान की.
बिलासपुर से मनेन्द्रगढ़ पहुंची इस पुस्तक यात्रा का शुभारंभ नगर पालिका अध्यक्ष श्रीमती प्रभा पटेल ने हरी झंडी दिखाकर आइसेक्ट एजुकेशन सेंटर बस स्टैंड मनेंद्रगढ़ से छात्रों की रैली को आगे बढ़ाया. पुस्तकों से सजी गाड़ियों के साथ छात्रों के इस रैली का अगला पड़ाव दिल्ली वर्ल्ड पब्लिक स्कूल मनेंद्रगढ़ प्रांगण में आयोजित विशेष कार्यक्रम में समाप्त हुआ. पुस्तक यात्रा का स्वागत एवं सांस्कृतिक कार्यक्रमों का शुभारंभ माननीय जिला अध्यक्ष एवं कलेक्टर श्री पी एस ध्रुव एवं रायपुर से पधारे सुप्रसिद्ध साहित्यकार श्री गिरीश पंकज के कर कमलों से फीता काटकर प्रारंभ हुआ.पुस्तकों एवं इलेक्ट्रॉनिक प्रस्तुति मे शामिल इस यात्रा के अवलोकन पश्चात अतिथियों एवं छात्रो ने सांस्कृतिक मंच की ओर बढ़कर स्थान गृहण किया.
माँ सरस्वती के सम्मुख दीप प्रज्वलन एवं वंदना के पश्चात मंच पर आमंत्रित अतिथियों का वनमाली अध्यक्ष संजय सेंगर एवं सचिव संजीव सिंह द्वारा बैज लगाकर स्वागत किया गया. पुस्तक यात्रा पर वनमाली सृजन पीठ बिलासपुर के संयोजक श्री योगेश मिश्रा ने विश्वरंग के आयोजन की भूमिका मे पुस्तक यात्रा एवं 2019 से भोपाल मे आयोजित 40 देशों के कलाकारों साहित्यकारों एवं पुरातत्व वेत्ताआओं के समागम की जानकारी दी. उन्होंने आइसेक्ट ग्रुप के चार राज्यों में स्थापित विश्वविद्यालयों की जानकारी के साथ आगामी विश्वरंग मे मनेन्द्रगढ़ के नागरिको को आमंत्रित किया. विद्यालय स्तर पर प्रतिभाओं की खोज के अंतर्गत आयोजित अंतर विद्यालय कविता, कहानी एवं चित्रकला प्रतियोगिता और लघु फिल्म के छात्रों की भूमिका को उन्होंने सराहा. विजय इंग्लिश मीडियम स्कूल मनेन्द्रगढ़ की छात्रा प्रिया ताम्रकार द्वारा पुस्तकों के संदर्भ में अपनी भावनाएं व्यक्त की गई. मनेंद्रगढ़ में संचालित विद्यालयों के छात्रों द्वारा विद्यालयीन युवा प्रतिभा खोज के अंतर्गत विजय इंग्लिश मीडियम स्कूल मनेंद्रगढ़ की छात्रा रिया ताम्रकार ने कविता में प्रथम, चित्रकला में सिमरन रावत ने तृतीय स्थान एवं लघु फिल्म निर्माण में विद्यालय प्रथम स्थान पर रहा. वही यूनिवर्सल विद्यालय की गुंजन विश्वकर्मा को कविता में द्वितीय स्थान मिला. आइसेक्ट एजुकेशन सेंटर मनेंद्रगढ़ की पूनम बैगा ने निबंध मैं प्रथम स्थान एवं लघु फिल्म में विद्यालय ने द्वितीय स्थान प्राप्त किया. गुरुकुल विद्या मंदिर की छात्रा सिमरन सिंह ने निबंध में द्वितीय स्थान के साथ एकेडमिक हाइट्स विद्यालय की अर्पिता ने निबंध में तृतीय स्थान प्राप्त किया. ब्लॉसम एकेडमी विद्यालय की वैभवी पांडे ने कहानी में द्वितीय स्थान शिक्षा विभाग शासकीय कन्या उच्चतर माध्यमिक विद्यालय की छात्रा स्नेहिता पांडे ने कहानी प्रथम एवं इशिका सिंह ने चित्रकला में द्वितीय स्थान प्राप्त किया. सेंट जोसेफ स्कूल की जसमीत कौर ने चित्रकला में प्रथम स्थान प्राप्त किया, वही सेट पैट्रिक स्कूल को चित्रकला मे सांत्वना सम्मान प्राप्त हो सका. विद्यालयीन बच्चों को अतिथियो द्वारा सम्मान एवं शील्ड प्रदान की गई, इसी तरह प्रेरणा के स्रोत अंचल के शिक्षकों में अंग्रेजी के सेवानिवृत्त व्याख्याता श्री विजय शंकर पांडे, सरस्वती विकास विद्यालय मनेंद्रगढ़ के प्राचार्य श्री वेद प्रकाश पांडे, शा.कन्या उ. मा. विद्यालय से सतीश उपाध्याय, सेंट पेट्रिक विद्यालय बिजुरी के (पी. जी. टी.) शिक्षक गौरव अग्रवाल एवं आइसेक्ट एजुकेशन सेंटर मनेन्द्रगढ़ के शिक्षक जयप्रकाश वर्मा, अंजना मौर्य, स्वाति बोराल, प्रियंका पांडे, आनंद कुमार साहू, नरेंद्र कौर, दीपक यादव, एवं उज्जवल सिंह को सम्मानित किया गया.
छात्र छात्राओं के सांस्कृतिक प्रस्तुतियों मे विविध संस्कृति का यह देश, स्वागत नृत्य , देशभक्ति नृत्य और छत्तीसगढ़ी सुआ लोकनृत्य के प्रस्तुति के आकर्षण ने कार्यक्रम को बांधे रखा और अतिथियों को तालियों के लिए बाध्य कर दिया. कार्यक्रम, का सफल संचालन वनमाली सृजन केंद्र संयोजक बीरेंद्र श्रीवास्तव द्वारा किया गया. पुस्तकों के प्रति भावनात्मक लगाव की प्रेरणा पैदा करने के इस श्रेष्ठ आयोजन के लिए वनमाली सृजन केंद्र मनेंद्रगढ़ के अध्यक्ष संजय सिंह सेंगर एवं सचिव आइसेक्ट एजुकेशन सेंटर के निदेशक संजीव सिंह को धन्यवाद दिया गया. कार्यक्रम मे यूनिवर्सल विद्यालय के प्राचार्य, श्री राजकुमार पांडेय, एकेडमिक हाईट विद्यालय के पी. रविशंकर, ब्लासम विद्यालय के जसपाल सिंह कालरा, गुरुकुल विद्यालय के अभिषेक सिन्हा , संंब़ोधन के उपाध्यक्ष हारुन मेमन, साहित्यकार प्रमोद बंसल, विजय गुप्ता, की उपस्थिति ने कार्यक्रम को गौरव प्रदान किया.
राजेश सिन्हा