पूर्व नपाध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा का बड़ा आरोप।
मनेन्द्रगढ़ नगरपालिका में भ्रष्टाचार चरम पर।
शासकीय राशि का जमकर हो रहा है दुरुपयोग।
प्रेस वार्ता में गिनाई वर्तमान परिषद की खामियां
कोरिया। जिले के मनेन्द्रगढ़ में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष और भाजपा मण्डल अध्यक्ष धर्मेंद्र पटवा ने वर्तमान परिषद पर गंभीर आरोप लगाया है साथ ही पार्षदों की बिना जानकारी के शासकीय राशि के दुरुपयोग किये जाने की भी बात कही।
बुधवार की दोपहर अपने निवास में आयोजित प्रेस वार्ता में धर्मेंद्र पटवा ने वर्तमान में नगरपालिका में काबिज कांग्रेस की नगर सरकार पर जमकर नाराजगी जताई। उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा की
सोमवार को नगर पालिका में हुए सामान्य सभा की बैठक में विपक्ष के निर्वाचित पार्षदों के साथ साथ सत्तापक्ष के पार्षदों द्वारा अध्यक्ष पर गंभीर आरोप लगाया गया है। हम उसकी जांच कर दोषियों के खिलाफ कार्यवाही की मांग करते है।
उन्होंने आगे कहा की जानकारी मिल रही है कि पार्षदों के सवाल का जवाब न देकर अध्यक्ष बैठक छोड़कर भाग गई उससे अंदाजा लगाया जा सकता है की नगर पालिका में कितना भ्रष्टाचार हो रहा है। पूर्व के कार्यकाल में अध्यक्ष प्रभा पटेल को भ्रष्टाचार के कारण 6 वर्षों के अयोग्य घोषित कर दिया गया था लेकिन उसके बाद भी उनके आचरण में कोई बदलाव नही आया। आज भी वह भष्ट्राचार के सभी कार्यों में लिप्त है।
धर्मेंद्र पटवा ने आगे बताया की वर्तमान नगरपालिका अध्यक्ष प्रभा पटेल द्वारा किये जा रहे भष्ट्राचार की फेहरिस्त काफी लंबी है। गौठान में लाखों खर्च के बाद भी योजना का लाभ स्थानीय लोगों को नही मिल पा रहा है। नगरपालिका परिषद द्वारा विकास के नाम पर नवीन निर्माण कार्य कराया तो जा रहा है लेकिन वह भी गुणवत्ता विहीन है। चल रहे निर्माण कार्य और जो काम पूरे हो चुके हैं अगर पारदर्शिता से उसकी जांच कराई जाये तो जनता के सामने पूरी सच्चाई आ जायेगी। उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा की सभी कामो की जांच कर कार्यवारी की मांग करेंगे और अगर ऐसा नही हुआ तो उग्र आंदोलन किया जायेगा जिसकी समस्त जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
पटवा ने आगे कहा की प्रभा पटेल के निर्देश पर महिला मंडल सफाई विभाग में लगे पुराने गेट को हटाकर नया गेट लगाया गया है लेकिन सूत्रों से यह पता चला है की जो पुराना गेट था वह अध्यक्ष महोदया के निजी फार्म हाउस में लगा है जो की अपराध की श्रेणी में आता है। इसी तरह न.पा. की जे.सी.बी मशीन को जो खराब थी उसे लगभग 5 लाख रूपये की लागत से सुधरवाया गया उसके बाद उसे उनके निजी कार्य में उपयोग में लिया गया उसके बाद जे.सी.बी. फिर से खराब पड़ी हुई है। जे.सी.बी. मशीन को अन्यत्र स्थानांतरित कर दिया गया है इसकी भी जांच होनी चाहिए।
1.5 करोड़ रूपये के ट्यूबलर पोल का टेंडर अपने चहेते ठेकेदार को दिया गया जिसकी जानकारी किसी भी पार्षद को नहीं है। परिषद् में जब इस बारे में जानकारी चाही गई तो अध्यक्ष महोदया के द्वारा कहा गया की मुझे इसके बारे में कोई जानकारी नहीं है । न पा.प. में साधारण मरम्मत कार्य हेतु 12 लाख 40 हजार रूपये प्रति तीन माह में आता है परन्तु इस बारे में किसी को भी कोई जानकारी अध्यक्ष महोदया नहीं देती। अतः कुल मिलाकर मनेन्द्रगढ़ न.पा.प. भ्रष्टाचार का गण बन चुका है। अध्यक्ष महोदया द्वारा अधिकांश जानकारी को छिपाकर रखा जाता है बहुत से सार्वजनिक मुद्दों पर भी पार्षदों को जानकारी नहीं दी जाती जबकि पार्षद भी जनप्रतिनिधि हैं।