
*राष्ट्रीय शिक्षा समागम रायपुर में मनेन्द्रगढ़ के शिक्षक पंचम रोहणी ने किया राज्य का प्रतिनिधित्व*
मनेन्द्रगढ़:- कोरोना काल में शिक्षा के क्षेत्र में विद्यालयों के बंद हो जाने पर पूर्ण कोविड प्रोटोकॉल पालन के साथ मुहल्ले मुहल्ले में कक्षा लगाने जैसे तरह तरह के नवाचार करते हुए बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखने वाले मनेन्द्रगढ़ ब्लॉक के कछौड़ संकुल के सहायक शिक्षक श्री पंचम रोहणी जो तत्कालीन सीएसी रहे। 14 एवं 15 नवंबर 2021 को आयोजित राष्ट्रीय शिक्षा समागम पं दीनदयाल उपाध्याय आडिटोरियम साइंस कॉलेज मैदान रायपुर में शामिल हो कर अपने राज्य का प्रतिनिधित्व किया।इस समागम में छत्तीसगढ़ राज्य के सभी जिलों से 81 शिक्षकों का चयन हुआ था।पूरे देश भर से 27 राज्य और 02 केन्द्र शासित प्रदेशों से शिक्षक,बड़े अधिकारी एवं शिक्षाविद् शामिल हुए।
श्री पंचम रोहणी ने बताया कि उन्होंने उनके संकुल कछौड़ (जो अब 5 संकुलों में विभाजित हो गया है) में आने वाली कुल 11 पंचायतों में स्थित 38 प्राईमरी और मिडिल स्कूलों के कुल 1600 बच्चों को शिक्षा सार्थियों एवं सभी शिक्षकों के साथ मिलकर मुहल्ला कक्षाएँ लगाकर कोरोना काल में बच्चों को शिक्षा से जोड़े रखा।
श्री पंचम रोहणी मुहल्ला कक्षा संचालन, साक्षरता कार्यक्रम और महत्वपूर्ण वैक्सीनेशन कार्य के दौरान सोशल डिस्टेंसिंग के पालन के लिए लाऊडस्पीकर का उपयोग करते हैं इसलिये अब उन्हें बच्चे चोंगा वाले गुरूजी कहकर बुलाते हैं।
राजेश सिन्हा