*धान खरीदी सरकार के लिए भ्रष्टाचार का उत्सव, दृगपाल सिंह का कांग्रेस पर निशाना..!*
कोरिया जिले के केल्हारी सहकारी समिति केंद्र में धान खरीदी का उद्घाटन किया गया. कार्यक्रम में शामिल भाजपा जिला मंत्री एवं जिला पंचायत सदस्य दृगपाल सिंह ने प्रदेश सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार धान खरीदी केंद्रों का उद्घाटन करा कर वाहवाही बटोर रही है. लेकिन खरीदी के नाम पर किसानों को छला जा रहा है. बारदाना कमी से जूझ रही सरकार किसानों से 25% प्रतिशत बारदान किसानों से ले रही है.
दृगपाल सिंह का कहना है कि पिछले साल राज्य सरकार ने लगभग 60 करोड़ रुपए का किसानों से बारदाना खरीदा था. लेकिन सरकार किसानों को उनके बारदाना की कीमत अदा नहीं कर पाई है. राज्य सरकार 60 करोड़ देने की बजाय मात्र 24 करोड़ रुपए ही दे पाई है. जबकि किसानों के बारदाने की अब लगभग 36 करोड़ रुपए बकाया है. जिसे राज्य सरकार को देना है. यह रकम अभी किसानों को मिल भी नहीं पाया है और दोबारा उनसे 25% बारदाना लाने फरमान जारी कर दिया गया है. ऐसे में पहले से ही बारदाना की कमी से जूझ रहे किसान अब 25 परसेंट बारदाना कहां से लेकर आएंगे.
*कैसे हो रहा है भ्रष्टाचार*
दृगपाल सिंह ने बताया कि बाजार में बारदाने की कीमत 45 रुपए से ज्यादा होती है और राज्य सरकार 12 से 15 रुपए में बारदाना की कीमत किसानों को देती है. हालांकि इस वर्ष बारदाना 18 रुपए में राज्य सरकार किसानों से खरीदेगी. लेकिन राज्य सरकार एफसीआई को यही बारदाना 45 से 47 रुपए में बेचती है यानी जिस बारदाने को राज्य सरकार किसानों से 18 रूपर में खरीद रही है. वहीं बारदाना 45 रुपए में यदि बेचती है, तो राज्य सरकार को सीधा सीधा 27 रुपए का फायदा होता है. राज्य सरकार किसानों से कम कीमत पर खरीद कर अधिक में बेचती है और मुनाफा कमाती है. जो सरकार किसानों के दम पर बनी है. वहीं किसानों को लूट रही है और भोले-भाले किसान यह समझ भी नहीं पा रहे हैं कि सरकार उन्हें किस तरह लूट रही है.
उन्होंने आरोप लगाया है कि धान खरीदी सरकार के लिए भ्रष्टाचार का उत्सव है और बारदाने की कमी को बताकर किसानों के साथ सरकार छल कर रही है. जिनके दम पर सरकार बनी है, उन्हें ही कांग्रेस लूटने में लगी है.
राजेश सिन्हा