
ह्यूमैनिस्ट नबाब कायमखानी को दुबई में आइकॉन अवॉर्ड से नवाजा
गोरखपुर उत्तरप्रदेश // विश्व शांति और मानवीय कार्यों में उत्साह प्रदान करने के लिए ग्लोबल गुडविल एंबेसडर, प्रिंस ऑफ पीस, डॉक्टरेट ह्यूमैनिस्ट मौहम्मद नबाब खान कायमखानी पुत्र रिसालदार हुसैन खान निवासी दाउदसर को दुबई में धराधम इंटरनैशनल आइकॉन अवॉर्ड से सम्मानित किया। दुबई की पांच सितारा समाना होटल के कांफ्रेंस हॉल में आयोजित किए गए इंटरनैशनल ह्यूमैन राइट्स एंबेसडर ऑर्गेनाइजेशन की इंटरनेशनल ह्यूमैनिटेरियन पीस सबमिट एण्ड अवॉर्ड कार्यक्रम में देवचाकर ग्रुप ऑफ कम्पनी इंग्लैंड की चेयरमैन श्रीमती सतनाम देवचाकर व धराधाम इंटरनेशनल ऑर्गेनाइजेशन इंडिया के प्रमुख सौहार्द शिरोमणी प्रोफेसर सौरभ पाण्डेय और इंटरनेशनल ह्यूमन राइट्स एंबेसडर ऑर्गेनाइजेशन इंडिया के प्रमुख अविनाश डी सकुंडे, ह्यूमन राइट्स ऑर्गेनाइजेशन नेपाल के प्रमुख पिया रतना ने ह्यूमैनिस्ट नबाब कायमखानी को धराधाम इंटरनेशनल आइकॉन अवॉर्ड से सम्मानित किया। कार्यक्रम में दुबई स्थित भारतीय दूतावास के अधिकारी और दुबई, आबूधाबी, सारजा सहित कई देशों के प्रतिनिधि और इंग्लैंड, भारत, नेपाल,थाईलैंड, बांग्लादेश व नाइजीरिया के वरिष्ठ समाजसेवी उपस्थिति रहे।अंतरराष्ट्रीय सद्भावना राजदूत ह्यूमैनिस्ट मौहम्मद नबाब खान को इससे पहले भी दुनियाभर के लगभग दो दर्जन से अधिक देशों के अंतर्राष्ट्रीय संगठनों ने विश्व शांति और मानवीय कार्यों में उत्साह प्रदान करने के लिए सम्मानित कर चुके हैं।
दुनियाभर से लगभग 275 से अधिक सर्टिफिकेट ऑफ़ ऑनर, मेडल सहित एक दर्जन डॉक्टरेट की मानद उपाधि प्राप्त है। जर्मनी के साही परिवार से प्रिंस ऑफ पीस की मानद उपाधि भी प्राप्त है। ह्यूमैनिस्ट मौहम्मद नबाब खान कायमखानी वर्ल्ड पीस एण्ड ह्यूमैनिटी मिशन की सुप्रीम काउंसिल के प्रमुख हैं । दुबई में एक पेशेवर घुड़सवार है। विश्व शांति व मानवीय कार्यों में उत्साह प्रदान करने हेतु दिन रात मेहनत कर रहे हैं।दुनियाभर के सामाजिक संगठन सम्मानित करने में अपना गर्व समझते हैं।जापान, नाइजीरिया ,मिस्र,तुर्की नेपाल,श्रीलंका,बांग्लादेश , इंडोनेशिया व मलेशिया सहित कई देशों मे आमन्त्रित भी किया गया है।ह्यूमैनिस्ट मौहम्मद नबाब खान देश विदेश के कई संगठनों के एंबेसडर नियुक्त किए गए हैं। महाराजा कुतई मुलावरमन रॉयल काउंसिल ऑफ इंडोनेशिया के मानद सदस्य है। युनाइटेड नेशन्स के वॉलंटियर भी है।
ह्यूमैनिस्ट मौहम्मद नबाब खान कायमखानी की बायोग्राफी गोल्डन बुक ऑफ अर्थ में भी प्रकाशित हो चुकी है। इनके”लेख ऑल ह्यूमैन आर इक्वल” अनेक पुरस्कार जीत चुकी अंतराष्ट्रीय बुक “रंगरूप आधारित भेदभाव” में भी प्रकाशित हुआ है।
संपादक-राजेश सिन्हा