
महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र में तीन दिवसीय उद्यानिक प्रशिक्षण कार्यक्रम में किसानों ने किया प्रतिभाग
गोरखपुर पीपीगंज महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र,चौकमाफी, गोरखपुर। महायोगी गोरखनाथ कृषि विज्ञान केंद्र, चौकमाफी, गोरखपुर में उद्यान एवं खाद्य प्रसंस्करण विभाग, गोरखपुर के द्वारा जिला औद्यानिक मिशन योजनांतर्गत तीन दिवसीय औद्यानिक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया । जिसमे प्रशिक्षण के दूसरे दिन मृदा वैज्ञानिक डॉ संदीप प्रकाश उपाध्याय के द्वारा किसानों को मशरूम से परिचय, उत्पादन तकनीक, रोग प्रबंधन तथा मशरूम से आय सृजन के बारे में बताया साथ ही प्राकृतिक खेती के बारे में भी किसानों को अवगत कराया । डॉ उपाध्याय ने जैव उर्वरक द्वारा मृदा उपचार कर सब्जी की पौध की रोपाई के लिए जोर दिया इसके लिए उन्होंने बताया कि लगभग 50 किलोग्राम गोबर की खाद में 250 मिलीलीटर जैव उर्वरक (एजोटोबेक्टर अथवा पीएसपी) लेकर ठंडे छह स्थान पर मिला देना चाहिए तथा 3 से 4 दिन तक इसकी पलटाई करनी चाहिए तत्पश्चात इसको शाम के समय खेत की जुताई के समय ही खेत में बिखेर देना चाहिए। इससे मृदा जनक रोग में कमी होती है साथ ही पोषक तत्वों की दक्षता में भी बढ़ोतरी होती है। उद्यान वैज्ञानिक डॉ अजीत कुमार श्रीवास्तव द्वारा सब्जियों की पौध को ट्राइकोडरमा पाउडर से उपचारित कर रोपाई की सलाह दी तथा पुष्पावस्था व फल देने की अवस्था में नीम तेल के छिड़काव करने पर जोर दिया जिससे कीट का प्रकोप से रोकथाम में सहायता मिलती है। कार्यक्रम की अध्यक्षता उप निदेशक उद्यान राजेंद्र यादव ने की । प्रथम दिन कार्यक्रम का आरंभ उद्यान अधीक्षक अरुण कुमार तिवारी तथा उप निदेशक उद्यान राजेंद्र यादव द्वारा किया गया । द्वितीय दिन का आरंभ केंद्र के अध्यक्ष डॉ विवेक प्रताप सिंह द्वारा किया गया । कार्यक्रम में उद्यान विभाग से शशि मुरारी पांडे तथा केंद्र से शस्य वैज्ञानिक अवनीश कुमार सिंह सहित सामान्य एवं आरक्षित वर्ग के कुल 135 किसानों ने प्रतिभाग किया ।
संपादक- राजेश सिन्हा