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स्वतंत्रता दिवस याने इंडिपेंडेंस डे,आज़ादी का दिन
एमसीबी :- हम इस दिन को बहुत ही उत्साह के साथ मनाते है जानते है क्यों क्योंकि इस दिन हमने हमारे भारत वर्ष ने अंग्रेजों से स्वतंत्रता प्राप्त की थी। वो अंग्रेज जो हम भारत वासियों पे अपनी हुकूमत चलाते थे और जिंदगी भर चलाना चाहते थे, हमें अपने पैरों तले कुचलना, दबाना चाहते थे। पर हमारे कुछ साहसी वीर बहादुर हमारे भारत वासियों की वजह से हम आज़ाद हो पाए है, जिन्होंने उनकी हुकूमत के तले दबने से कहीं बेहतर समझा अपने हक के लिए लड़ना अपनी आज़ादी के लिए लड़ना, अपनी स्वतंत्रता के लिए आवाज़ उठाना न कि उनकी चापलूसी कर हां में हां मिलाना। आज उन्हीं महान शख्सियत के कारण हम आज ये दिवस बड़ी ही धूम धाम से मना पाते है। बहुत क्रांतिवीर ऐसे थे जो अहिंसा वादी थे, पर बहुत से ऐसे भी थे जो जानते थे कि अंग्रेज जैसे लोग अहिंसा की भाषा नहीं समझने वाले इसीलिए उन्हीं के तरीके से उनसे सामना किया हिंसा से । और आज हम स्वतंत्र हैं, उन अंग्रेजों की हुकूमत से और आज हमारा भारत आज़ाद है, और चैन की सास ले पाता है। लेकिन हम आज़ाद हुए है सिर्फ अंग्रेजों से उनकी हुकूमत से पर क्या हम अपने छोटे गिरे हुए विचारों से गलत विचारों से अपने ही आसपास के लोगों द्वारा पाबंदियों से स्वतंत्र हुए है सोचिएगा। हमारे वीर बहादुरों ने तो हमें स्वतंत्र करा दिया, पर इन सब छोटे गंदे विचारों से , छोटी सोच से हमें खुद स्वतंत्र होना होगा क्योंकि ये तो व्यक्ति की उसकी व्यक्तिगत स्वतंत्रता है जिसके लिए कोई वीर बहादुर कहीं और से आके उस के लिए नहीं लड़ेगा , बल्कि ये साहस तो खुद हमे वीर बनकर हमारी स्वतंत्रता के लिए जुटाना होगा। स्वतंत्रता ऐसी चीज है जो हर किसी को चाहिए क्योंकि किसी को भी बंधन प्रिय नहीं। चाहे कोई पक्षी हो या इंसान ,सबको स्वतंत्र होने का पूरा हक है। सबसे पहले हमें खुद को स्वतंत्र करना होगा छोटी नीची गिरी सोच से, लोगों के डर से, खुद को साहसी बनाकर खड़ा करना होगा खुद के लिए । सबका सम्मान करें दूसरों का और सबसे पहले खुद का , न दूसरों को कभी बंधन में रखे और न खुद कभी बंधन में रहे। न कभी दूसरों को अपने हिसाब से अपनी सोच से चलाए और न खुद किसी दूसरे के हिसाब से दूसरों की सोच के हिसाब से चले। हमेशा दूसरों को उनके मन का करने की स्वतंत्रता दे और खुद को हमेशा स्वतंत्र रखें। न कभी अपनी सोच दूसरों पे थोपे न किसी और को खुद पे अपनी सोच थोपने दे। संस्कारी रहे, कायदे में रहे पर स्वतंत्र रहे।
स्वतंत्रता दिवस की आप सभी को बहुत बहुत बधाई।
राजेश सिन्हा,8319654988