
वच्र्युल ग्लोबल मिलेट्स कान्फ्रेन्स एवं एक दिवसीय प्रषिक्षण का किया गया आयोजन
बुरहानपुर अन्तराष्टीय मिलेटस वर्ष 2023 के अन्तर्गत भारत सरकार द्वारा 18 मार्च 2023 वैषविक स्तर पर ग्लौबल मिलेटस कान्सफ्रेन्स का आयोजन माननीय प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदीजी की उपस्थिति मे श्रीअन्न अन्र्तराष्टीय मिलेटस सम्मेलन का वच्र्युवल कार्यक्रम किया गया। इस वैष्विक आयोजन के अवसर पर श्रीअन्न की उपयोगिता के सम्बन्ध मे वच्र्युवल वैबीनार का आयोजन कृषि विज्ञान केन्द्र बुरहानपुर द्वारा ग्राम सांडसकला मे किया गया। जिसमे केन्द्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक एवं प्रमुख डाॅ संदीप कुमार सिंह द्वारा जिले मे प्राचीन एवं पौष्टिक अनाज के प्रति जागरूकता बढाने एवं भागीदारी की भावना पैदा करने के लिये किसानो को मोटे अनाज के अन्तर्गत ज्वार बाजरा रागी कोदोकुटकी की फसलों को खेत पर लगाने हेतु समझाइष दी गई वैज्ञानिक भूपेन्द्र सिंह द्वारा बताया गया कि बाजरा उच्च प्रोटीन, फाइबर, वीटामीन लोह तत्व जैसे खनिजो के कारण कम खरचीला एवं पौष्टिक रूप से गेंहू और चावल से बेहतर होता है। वैज्ञानिक कार्तिकेय सिंह द्वारा बताया गया कि मोटे अनाज को उपभोकता, उत्पादक एवं जलवायु के लिये अच्छा माना जाता है यह पौष्टिक होने के साथ कम पानी वाली सिंचाई से भी उगाई जा सकते है। वैज्ञानिक श्रीमती मेघा विभूते द्वारा कहा गया कि मोटे अनाजों की खेती करना बडा असान है जोकि बंजर भूमि एवं विपरित मौसम मे भी यह अनाज उगाये जा सकते है। वैज्ञानिक श्रीमती मोनिका जयसवाल द्वारा कहा गया कि मोटे अनाज के सेवन से शरीर मे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है। वैज्ञानिक श्री अमोल देषमुख द्वारा मोटे अनाजों की खेती मे नेच्युरल फारर्मिंग का उपयोग करने की सलाह दी गई। जिसमे जीवामृत, बीजामृत, वर्मीकम्पोस्ट, घनजीवामृत आदि को बनाने के तरीके समझाकर खेत मे उपयोग करने की सलाह दी गई तथा वैज्ञानिक राहुल सतारकर द्वारा बताया गया कि ज्वार, बाजरा, कोदो कुटकी को खेत पर अग्रिम पंक्ति प्रदर्षन के रूप मे लगाने कि सलाह दी गई। कार्यक्रम मे संदीप राठोड प्रक्षेत्र प्रबन्धक, महेष सिंह, मनोज तायडे एवं वसीम साहब तथा लगभग 62 कृषकों ने भाग लिया।
संपादक- राजेश सिन्हा