
ग्रामीणों ने लगाया ग्राम प्रधान पर धांधली का आरोप
गोरखपुर उरुवा ब्लॉक के भरथरी ग्राम सभा में मानक के विपरीत प्रधानमंत्री आवास योजना देने का आरोप ग्रामीणों द्वारा लगाया जा रहा है। श्याम देव यादव का कहना है कि सरकार के द्वारा खुले में शौच मुक्त बनाना स्वच्छ भारत की मिशन थी लेकिन जब जिम्मेदार ही गांवों और ग्राम पंचायतों की दशा न समझे तो निश्चित ही योजनाएं और मिशन जमीन में ही दफन हो जाते हैं। शायद ही अधिकारी गावों की तरफ रूख करते होंगे। महज कमीशन के फेर में शौचालय की राशि का भुगतान कर दिया जाता है। भरथरी ग्राम सभा के प्रहलाद यादव ने बताया ग्राम प्रधान अपनी जिम्मेदारी भूल कर शौचालय को लाभ का धंधा बना रखा है मेरे पत्नी के नाम से शौचालय का धन प्रधान के द्वारा निकाल लिया गया है जोकि मेरी जानकारी में नहीं है कुछ ग्रामीणों ने बताया शौचालय बने हुए चार वर्ष होने के बावजूद अभी तक शौचालय चालू ना होने के कारण बाहर जाने का आरोप भी लगाया है। महिला लाभार्थियों का कहना है की मजबूरी में खुले में शौच जाने के लिए हम लोग मजबूर हैं पर किसी भी अधिकारी का इस तरफ ध्यान नहीं जाता है। प्रधान द्वारा आवास अपने चहेतों को बांटने का भी आरोप ग्रामीण द्वारा बताया गया कि जो सरकारी नौकरी पेशा व पेंशन भोगी है उनके पत्नी का भी नाम आवास सूची में है। लाभार्थी नाम न छापने पर बताया आवास और शौचालय का निर्माण के लिए जो भी धन सरकार के द्वारा मिलती है ग्राम प्रधान अपने पास रखकर घटिया निर्माण सामग्री से कार्य करवाते हैं। ग्रामीणों ने बताया शौचालय के लिए पहली पहली क़िस्त चार साल पहले मिली दूसरी किस्त आज तक नहीं मिली है। प्रहलाद यादव ने बताया अगर ग्राम सभा में मनरेगा के तहत कार्य, जॉब कार्ड धारकों, शौचालय व प्रधानमंत्री आवास योजना की जांच करवा दिया जाए जिससे सरकारी धन का दुरुपयोग रुक जाए और पात्र लाभार्थी को सरकारी योजनाओ में शामिल करे जिससे हमारे ग्राम सभा का विकास हो।